बाजार घूमने सरकारी एम्बुलेंस से आ रही हैं महिलाएं

बाजार घूमने सरकारी एम्बुलेंस से आ रही हैं महिलाएं


सरकारी एम्बुलेंस का प्रयोग गांव की महिलाएं शॉपिंग के लिए कर रही हैं। इसके लिए महिलाएं 102 सेवा का सबसे ज्यादा प्रयोग कर रही हैं। अस्पताल चेकअप कराने के नाम पर महिलाएं एम्बुलेंस से शहर आ रही है। आलम यह है कि रोजाना 10 से 15 महिलाएं रूटीन चेकअप के नाम पर अस्पताल पहुंच रही हैं।


शासन ने गर्भवतियों को इलाज की बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस की सुविधा मुहैया कराई है। इसकी मदद से तीन महीने तक की गर्भवती रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल आ सकती है। एम्बुलेंस गर्भवती को वापस घर भी पहुंचाएगी। शासन की इसी सुविधा का गांव की महिलाएं दुरुपयोग कर रही हैं।


जिले में हैं 98 एम्बुलेंस : जिले में 102 व 108 सेवा की 98 एम्बुलेंस हैं। इसमें 102 सेवा की 50 और 108 सेवा की 48 एम्बुलेंस हैं। 102 सेवा से सिर्फ गर्भवती और बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जाता है। महिला अस्पताल में शहरी क्षेत्र के साथ ही चरगांवा, खोराबार, जंगल कौड़िया, सहजनवा, पिपरौली और बेलीपार क्षेत्र की महिलाएं इलाज कराने पहुंचती हैं। इस क्षेत्र में 55 एम्बुलेंस तैनात हैं।


रोजाना 40 से 50 महिलाएं कर रहीं प्रयोग


एम्बुलेंस सेवा 102 एवं 108 का संचालन करने वाली संस्था जीवीके एमआरआई के कर्मचारियों ने बताया कि इस सेवा का कुछ महिलाएं व आशाएं दुरुपयोग कर रही हैं। पादरी बाजार, उत्तरी कोलिया व नौसढ़ से सबसे ज्यादा गर्भवतियां चेकअप के नाम पर महिला अस्पताल पहुंचती हैं। महिलाएं जांच के नाम पर एक रुपये का पर्चा कटाकर डॉक्टर से अगली तारीख ले लेती हैं। इसके बाद वह बाजार घूमती हैं। कुछ मामलों में महिलाएं जांच कराने के बाद बाजार घूमती हैं। शाम को वापस अस्पताल पहुंच जा रही हैं। इसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से घर वापस पहुंचाया जा रहा है।


शहरी एम्बुलेंस से ही रोजाना महिला अस्पताल में 12 से 15 महिलाएं जांच कराने पहुंच रही हैं। इनमें से कुछ इस सुविधा का दुरुपयोग कर रही हैं। अब ऐसे मामलों में एहतियात बरती जाएगी। संदेह होने पर आशा कार्यकत्रियों से जांच रिपोर्ट मांगी जा सकती है।


- अनुराग कपूर, रिजनल मैनेजर


महिलाएं सुविधा का दुरुपयोग कर रही हैं। यह गलत है। हालांकि अब तक किसी ने इसकी लिखित शिकायत नहीं की है। अगर कोई इलाज कराने के साथ बाजार से सामान खरीद ले तो उसमें विभाग क्या करेगा। फिर भी इसे गंभीरतापूर्वक दिखाया जाएगा।